अगले दिन वह एक अलग तरह के बर्तन में किसान को खाना देने गयी और किसान को व्यस्त देख कर खाना वहीँ रख कर घर वापस आ गयी। कुछ देर बाद एक सियार वहां आया और खाने के बर्तन में मुँह डाल के खाना खाने की कोशिश करने लगा। पर इस बार वह सफल नहीं हुआ और उसका मुँह बर्तन में फंस गया। सियार हल्ला मचाने लगा। सियार को इस हालत में देख के किसान समझ गया की कल उसका खाना कहा गायब हुआ था। वह डंडा ले कर सियार के पास आया .
As we embark over a literary odyssey, we dig in the enchanting planet of Hindi fiction books, celebrating the brilliance of storytellers who have crafted tales that transcend time and House. From your eloquence of Premchand’s poignant realism to the modern-working day Hindi poetry by Harivansh Rai Bachchan, Hindi literature has repeatedly evolved, captivating readers with its capability to mirror Culture and articulate the complexities in the human soul.
सुरीली सोच में पड़ गई , इतनी तेज बारिश में खाना कहां से लाऊंगी। मगर खाना नहीं लाया तो बच्चों का भूख कैसे शांत होगा। काफी देर सोचने के बाद सुरीली ने एक लंबी उड़ान भरी और पंडित जी के घर पहुंच गई।
उत्तरा नाम के एक गाँव में कुसलनाथ नाम का एक पुजारी अपनी पत्नी और छह बेटों के साथ रहता था। वह धनी-मानी व्यक्ति था लेकिन कुछ दुर्भाग्य के कारण उसे पैसों की समस्या होने लगीं। स्थिति इतनी खराब थी कि पुजारी को जीवन यापन के लिए अतिरिक्त काम करने पड़े। वह जंगल से बांस की लकड़ी इकट्ठा करता था। एक दिन उसने जंगल की आग में फंसे एक छोटे से नाग को देखा। जैसे ही उसने नाग को बचाया, उसने उसे काटने की कोशिश की। इसके बाद पुजारी रोने लगा। नाग ने महसूस किया कि पुजारी सिर्फ उसकी मदद कर रहा था और उसे काटना गलत था। उसने अपने परिवार की भलाई के लिए पुजारी को दो रत्न भेंट किए। पुजारी ने फिर उसी स्थान पर नाग के सम्मान में एक छोटा मंदिर बनवाया।
एक गाँव में एक किसान रहता था। किसान खेती करने में व्यस्त था तभी उसकी पत्नी वहां आयी और उसके लिए खाना रख कर वहां से घर वापस चली गयी। जब किसान को फुर्सत मिली तो उसने खाना खाने की सोची। पर यह क्या। खाने का बर्तन खाली था। किसान को लगा की उसकी पत्नी ने उसके साथ मज़ाक किया है और वह नाराज़ हो गया। घर जा कर उसने अपनी पत्नी पर बहुत गुस्सा किया। पत्नी को भी कुछ समझ ना आया।
वह किसी को परेशान नहीं करता, छोटे बच्चे भी उसे खूब प्यार करते थे।
बरसात का दिन था। एक बिच्छू नाले में तेजी से बेहता जा रहा था।संत read more ने बिच्छू को नाली में बहता देख।
चिंटू का पैर फिसल जाता है, वह एक गड्ढे में गिर जाता है।
उन हिरणियों के पैरों से विशाल को चोट लगी, वह रोने लगा।
is actually a renowned Hindi poem written through the legendary Indian poet Harivansh Rai Bachchan. It interprets to “Your home of Wine,” along with the poem is really a metaphorical exploration of lifestyle’s journey through the allegory of the tavern. With this literary masterpiece, Bachchan makes use of the metaphor of a tavern to symbolise the various phases and experiences of life. The verses are full of symbolism, touching on themes of Pleasure, sorrow, really like, as well as the transient mother nature of existence.
सिंहराज को वहां आता देख, सियारों के प्राण सूख गए।
दोनों बकरियां घास को खाकर खुश रहती थी।
Graphic: Courtesy Amazon To start with posted in 1927, this Hindi fiction e book is usually a poignant exploration of social concerns and human thoughts in early 20th-century India. The story revolves around the protagonist, Nirmala, a younger and innocent bride who will become a victim of societal norms, customs, as well as the prevailing patriarchy. Premchand skillfully weaves a narrative that delves in the harsh realities confronted by Girls inside a conservative Culture. Nirmala’s journey is marked by tragedy, as she navigates throughout the complexities of a dysfunctional marriage, societal anticipations, and the difficulties of getting a woman in that era.